हाथनोदा गांव में अवैध ब्लास्टिंग पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा कलेक्टर–विधायक को सौंपा ज्ञापन, 3 दिन में कार्रवाई नहीं तो बड़ा आंदोलन
हाथनोदा गांव में अवैध ब्लास्टिंग पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा
कलेक्टर–विधायक को सौंपा ज्ञापन,
3 दिन में कार्रवाई नहीं तो बड़ा आंदोलन
चौमू। ग्राम पंचायत हाथनोदा में अवैध ब्लास्टिंग और पत्थर खनन से त्रस्त ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार को उभरकर सामने आ गया। लगातार हो रही जोरदार ब्लास्टिंग से पहाड़ों का क्षरण, मकानों में दरारें और आबादी क्षेत्र को बढ़ते खतरे को लेकर ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर जयपुर, शाहपुरा विधायक मनीष यादव और खनन विभाग के SME अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि आबादी क्षेत्र, मंदिर, विद्यालय और जलाशय के पास अवैध ब्लास्टिंग से रोजाना कंपन महसूस हो रहे हैं। कई घरों में दरारें पड़ चुकी हैं और धमाकों का असर बच्चों के स्कूल एवं मंदिर परिसर तक साफ सुनाई देता है। पहाड़ कटने से जलस्रोत व जलाशय की संरचना पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन और खनन विभाग की अनदेखी के कारण खनन माफिया निर्भीक होकर खनन जारी रखे हुए हैं। उड़ती धूल, पत्थरों के कण और भारी कंपन से आमजन तथा पशुधन—दोनों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।
ग्रामीण प्रतिनिधियों ने ज्ञापन में स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि तीन दिनों में अवैध खनन और ब्लास्टिंग पर रोक लगाकर जांच शुरू नहीं की गई, तो हाथनोदा गांव में व्यापक जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। साथ ही किसी भी संभावित हादसे की जिम्मेदारी प्रशासन और खनन विभाग की बताई।



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