मीरा दर्शन यात्रा (मेड़ता से वृंदावन) वाया पुष्कर व जयपुर होती हुई वृंदावन जाएगी**
*मीरा दर्शन यात्रा (मेड़ता से वृंदावन) वाया पुष्कर व जयपुर होती हुई वृंदावन जाएगी**
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राजस्थान की भक्ति में शक्ति का अद्वितीय अनुपम केंद्र बिंदु मीरा स्मारक ,चारभुजा व मीराबाई मंदिर मेड़ता सिटी, नागौर जिले में स्थित है।
भक्ति मति मीराबाई जो कि बाल्यकाल से ही भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में लीन रहा करती थी। एवं उनकी अनन्य भक्ति के कारण आज विश्व में प्रसिद्ध है ।और हमारे भारत की शान ,आन-बान है। मीराबाई की अनन्य कृष्ण भक्ति ,जो कि राणा जी को पसंद नहीं थी, उन्होंने जहर का प्याला मीराबाई के लिए भेजा । जिसे मां मीराबाई ने भगवान श्री नारायण का अमृत मानकर पी गई।। उसके बाद राणा जी भी आश्चर्य चकित रह गए , इसका शायद सभी को मालूम है।
नागौर जिले के मेड़ता सिटी में मां मीराबाई का सुप्रसिद्ध एकमात्र मंदिर है ।उस। मंदिर से भक्ति यात्रा मीरा स्मारक चारभुजा एवं मीराबाई मंदिर मेड़ता सिटी से 25 जुलाई को आरंभ होकर पुष्कर वाया जयपुर होती हुई वृंदावन पहुंचेगी । जिसमें हजारों की संख्या में सनातन प्रेमी भाग लेकर एक नई उमंग ,उल्लास और भक्ति से और ओत - प्रोत होकर, भक्ति मति मां मीराबाई की भव्य यात्रा में शामिल होंगे और अपना व अपने परिवार का जीवन धन्य करेंगे।
जी हां यह वही मां मीराबाई है जो भगवान श्री कृष्ण की भव्य मूर्ति में समा गई थी। मीराबाई राजस्थान की आत्मा व भक्ति का अद्धितीय स्थान है, और हमेशा रहेगा । ऐसी भव्य यात्रा में सभी सनातनी प्रेमी अवश्य भाग लेवें, क्योंकि मां मीराबाई भक्ति काल का जीता जागता प्रत्यक्ष प्रमाण है।
कौन कहता है कि *भगवान आते नहीं, तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं* जय श्री कृष्णा ,ओम नमो नारायण ।।
इलेक्ट्रिक न्यूज़ रिपोर्टर, शिंभू सिंह शेखावत राजस्थान
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