प्रजामंडल नेता जमनालाल बजाज के आंदोलन में वंदे मातरम का गुंजता था राष्ट्रभक्ति गीत*
*प्रजामंडल नेता जमनालाल बजाज के आंदोलन में वंदे मातरम का गुंजता था राष्ट्रभक्ति गीत*
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देश की आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रजामंडल आंदोलन में वंदे मातरम का नारा गूंजायमान होता था
प्रजामंडल के नेता जमना लाल बजाज की सन 1939 में हुई गिरफ्तारी के विरोध में प्रजामंडल ने जयपुर के ढूंढाड़ राज्य में सत्याग्रह व आंदोलन का बिगुल बजा दिया था । गिरफ्तारी के विरोध में 22 जनवरी 1939 को सत्याग्राहियों के चोथे जत्थे ने सी, एल. गोड़ के नेतृत्व में जोहरी बाजार में देवी जी के मंदिर में सैकड़ो लोगों का जुलूस निकाला।
पुलिस ने सत्याग्रहों को गिरफ्तार किया ।तथा जनता ने ,,,वंदे मातरम प्रजामंडल की जय,,, के नारों से आकाश को गुंजा दिया अब पुलिस सत्याग्राहियों को बस में ले जाने लगी , तब कुछ महिलाओं ने बस को रुकवा दिया और स्त्रियों ने सत्याग्राहियों के गले में मालायें डाल दी । डॉक्टर विनीत परिहार ने लिखा है कि प्रजामंडल के अध्यक्ष जमना लाल बजाज 29 दिसंबर 1938 को सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर रोक दिया बाद में जमनालाल बजाज को गिरफ्तार कर लिया गया । गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी 1939 को प्रजामंडल ने चौड़ा रास्ता में सभा की थी। सभा को चिरंजीलाल मिश्रा हंस डी राय और चिरंजी लाल अग्रवाल ने संबोधित किया।
प्रजामंडल अध्यक्ष जला लाल बजाज को मोर सागर डाक बंगले में रखा गया था । उस दौर में प्रजामंडल के अध्यक्ष जला लाल बजाज थे। चिरंजीलाल मिश्रा उपाध्यक्ष, हीरालाल शास्त्री महामंत्री एवं कर्पूर चंद्र पाटनी संयुक्त मंत्री थे । आजादी के बाद कांग्रेस का 55 वां राष्ट्रीय अधिवेशन दिसंबर 1948 को वर्तमान गांधीनगर हुए बापू नगर की भूमि में हुआ था, इस अधिवेशन में वंदे मातरम गीत गाने के संकेत मिलते हैं । वरिष्ठ पत्रकार सीताराम झालानी ने अनुपम राजस्थान ग्रंथ में उजागर किया है । कि 2 अक्टूबर 1948 को आचार्य विनोबा भावे ने एक समारोह में वर्तमान बापू नगर प्राकृतिक चिकित्सालय के सामने अधिवेशन स्थल का विधिवत्त शिलान्यास किया था आचार्य विनोबा भावे वहां कुटिया बनाकर काफी दिनों तक रहे भी थे। डॉक्टर पटृॉभिसीतारमैया ने एक आयोजन की अध्यक्षता करते हुए अधिवेशन में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू , सरदार पटेल, डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य ,मौलाना आजाद, गोविंद बल्लभ पंत आदि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया था। स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल भाई भट्ट थे। इसके अलावा विशाल अधिवेशन में राजस्थान प्रजामंडल के नेता हीरालाल शास्त्री, टीकाराम पालीवाल, दौलत राम भंडारी देवी शंकर तिवारी और कांग्रेस नेता सिद्धराज डढ्डा आदि मौजूद थे।
वंदे मातरम वंदे मातरम वंदे मातरम।।।
रिपोर्टर ::: वॉइस ऑफ़ मीडिया::: राजस्थान
शिंभू सिंह शेखावत

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