संस्कृत वद आधुनिको भव - रेपस्वाल
संस्कृत वद आधुनिको भव - रेपस्वाल
सेठ श्री सूरजमल तापड़िया आचार्य संस्कृत महाविद्यालय जसवंतगढ़ में चल रहे संस्कृत भारती नागौर विभाग के चतुर्दिवसीय आवासीय भाषा बोधन वर्ग का समापन समारोह सम्पन्न हुआ
महाविद्यालय के प्राचार्य और वर्ग संयोजक डॉक्टर हेमंत कृष्ण मिश्र ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया और शिविर वृत बताया
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे हुए ताराचंद रेपस्वाल महोदय ने बताया कि व्यक्ति को आधुनिक बनने के लिए संस्कृत का ज्ञान आवश्यक है और एक संकल्प करवाया कि प्रति दिवस कम से कम 10 मिनट संस्कृत में बातचीत करेंगे
कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे सुप्रीम फाउंडेशन के मुख्य समन्वयक श्याम बाबू शर्मा कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा की ।
कार्यक्रम में रतनगढ़ से पधारे व्यवसायी और समाजसेवी शिव शंकर जोशी महोदय ने बताया कि संस्कृत से ही संस्कृति संभव है और हमारी संस्कृति संरक्षण के लिए संस्कृत का ज्ञान बहुत आवश्यक है वर्ग में सर्वदा उपस्थित रहे वर्गाधिकारी पीयूष महमियां ने संस्कृत की आध्यात्मिकता को स्पष्ट किया और वैदिक संस्कृति को बचाने के लिए संस्कृत का ज्ञान अत्यंत आवश्यक बताया
कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने ध्येयमन्त्र, एकता मंत्र, वर्ग गीत, और विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए
कार्यक्रम में बीकानेर विभाग संयोजक हरिकिशोर सोनी, वर्ग शिक्षक यशवंत नाथ, सह शिक्षक देवेस वासु सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन में प्रबंध प्रमुख प्रो. के. के. शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन जैसलमेर विभाग सहसंयोजक चंद्रशेखर ने किया ।

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