भारत को लेबनान बनने से रोकता है ,तो बाबरी कल्चर को घुटनों पर लाना ,,,ही एकमात्र समाधान है**
*भारत को लेबनान बनने से रोकता है ,तो बाबरी कल्चर को घुटनों पर लाना ,,,ही एकमात्र समाधान है**
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भारत भारत में जिस प्रकार आजकल हो रही, अवांछित गतिविधियों तथा तथाकथित एक धर्म विशेष द्वारा भारत की धर्मनिरपेक्षता को चोट पहुंचाई जा रही है ।जो की असंगत है अन्याय है। और इसकी जितनी निंदा की जाए वह भी कम।।
धारा 370, तीन तलाक ,और मंदिर उस दिशा में बढ़ रहे कदमों को दर्शाते हैं ,ईश्वर मोदी जी को लंबी उम्र दे ,और उनका स्वास्थ्य बरकरार रखे।
एक जमाने में दुनिया में खूबसूरत और आर्थिक रूप से संपन्न शहरों में लेबनान जिसकी राजधानी बेरूत शहर अग्रणी था ।। बॉलीवुड की बड़ी फिल्मों की शूटिंग वहां होती थी।। धर्मेंद्र और माला सिन्हा की ,आंखें, भी उनमें शामिल है, इतना ही नहीं हॉलीवुड का भी पसंदीदा शूटिंग स्थल हुआ करता था। और दुनिया के कुल सोने के गहनों का 50% कारोबार अकेले बेरूत से होता था। और बेरोज को दुनिया की सबसे बड़ी सोने की मंडी कहा जाता था। फिर संयुक्त राष्ट्र संघ के दखल के बाद लेबनान में डेमोग्राफिक शिफ्टिंग की गई जो विश्व में अपनी तरह का अनूठा शिफ्टिंग था। जिसमें ईसाइयों को एक अलग इलाके में बसाया गया और मुसलमान को एक अलग इलाके में बसाया गया और यह शिफ्टिंग राजधानी बेरूत में ईसाइयों का अलग-अलग घोषित कर दिया गया और मुसलमान का एक अलग इलाका घोषित कर दिया गया ।।
मेडी ट्रेनियन सी का बहुत बड़ा किनारा लेबनान के पास है । मेडीटेरेनियन के समुद्र तट कोरल रीफ से बने हुए हैं ।इस वजह से साफ -सूथरी सफेद रेती जो कोरल रीफ के इरोजन से बनती है ! मेडीटेरेनियम का खूबसूरत नीला समुद्र ,साथ ही साथ ओलिव यानी जैतून के हजारों एक्टर के विशाल फॉर्म हाउस थे, हुजूर के फॉर्म लेबनान को बेहद खूबसूरत बनाते थे । ऐसा देश है, जहां का कुछ हिस्सा इतना ठंडा है कि वहां काफी बर्फ गिरती है ,और मिडिल ईस्ट के देशों में यानी अरब देशों में लेबनान एकमात्र ऐसा देश है । जहां काफी बड़े हिस्से में बर्फबारी होती है । 1972 तक लेबनान और इसकी राजधानी विरुद्ध में घूमने लोगों को एक सपना हुआ करता था।।
लेबनान की आर्थिक ताकत इतनी ज्यादा थी, कि एक जमाने में उसकी मुद्रा ,,,पाउंड और डॉलर से भी ज्यादा मजबूत हुआ करती थी जब लेबनान बेहद खूबसूरत देश हुआ करता था। अभी जो ब्यूटी शहर बेरूत वर्तमान में नहीं का एयरपोर्ट पर ब्लास्ट हुआ जिसमें लगभग 70% बेरुत शहर बर्बाद हो गया ।।।।
1960 तक लेबनान में 30% मुस्लिम आबादी थी । जिसमें 15% शिया के थे और 15% सुन्नी थे 1975 तक लेबनान में चोपन प्रतिशत मुस्लिम हो गए जिसमें 27% शिया और 27% सुन्नी है।
अब फिर मुसलमान ने लेबनान में एक कानून लागू करने की मांग की ,जिसका नाम शरिया था । और जगह-जगह आगजनी होने लगी ,और 1975 में लेबनान में छोटा-मोटा गृह युद्ध छिड़ गया।
नतीजा यह हुआ ,अब मुसलमान आपस में ही शिया सुन्नी मारकाट करने लगे । और साओं ने एक कट्टर आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह बनाया और यह हिजबुल्ला का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन है। उसके बाद हिज्बुल्लाह ने लेबनान में सुन्नियों को मारना शुरू किया ।और बड़ी संख्या में सुन्नियों का कत्लेआम किया गया, जिससे बहुत से सुन्नी मुसलमान सऊदी अरब भाग गए हिजबुल्ला को ईरान और सीरिया का समर्थन प्राप्त है। अभी जो बारूद के पोर्ट पर ब्लास्ट हुआ जिसमें लगभग 70% बेरूत शहर बर्बाद हो गया, यहां तक की प्रधानमंत्री कार्यालय को भी काफी बड़ा नुकसान हुआ, उस ब्लास्ट के पीछे एक जानकारी यह आ रही है, कि हिजबुल्ला ने एक गोदाम में लगभग 40000 टन अमोनियम नाइट्रेट इकट्ठा कर रखा था,,, जिसके द्वारा वह इसराइल पर हमला करना चाहता था। लेकिन इसराइल को इसकी भनक लग गई ।और इजरायल ने उसे गोदाम में ब्लास्ट करके 70% बेरूत को ही ब्लास्ट से उड़ा दिया,,,, दूसरी वीडियो में यह तस्वीर बेरूत की सन 1970 की है।।
रिपोर्टर :::वॉइस ऑफ़ मीडिया::: राजस्थान शिंभूसिंह शेखावत
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