राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और मौसमी बीमारियों के नियंत्रण को लेकर बैठक

 राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और मौसमी बीमारियों के नियंत्रण को लेकर बैठक



मौसमी बीमारियों पर हो प्रभावी नियंत्रण, कोई कमी न रहे, मरीजों को समय पर मिले उपचार :कलक्टर 


राजसमंद / पुष्पा सोनी


जिला कलक्टर श्री अरूण हसीजा ने शुक्रवार 22 अगस्त को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एवं मौसमी बीमारियों के प्रभावी नियंत्रण की तैयारियों को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी ठोस कार्ययोजना बनाकर समन्वय के साथ कार्य करें तथा कार्यक्रम को गंभीरता से सफल बनाएं।


कलक्टर ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का मुख्य उद्देश्य बच्चों को शत-प्रतिशत कृमि मुक्त कर बेहतर स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। उन्होंने विशेष रूप से गुणवत्तापूर्ण एंटी लार्वा गतिविधियों, समन्वित प्रयासों और ठोस कार्ययोजना पर बल दिया।


बैठक के प्रारंभ में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हेमन्त कुमार बिन्दल ने बताया कि मिट्टी जनित कृमि संक्रमण से बच्चों एवं किशोर-किशोरियों के शारीरिक विकास, हीमोग्लोबिन स्तर, पोषण और बौद्धिक विकास पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि निश्चित अंतराल पर कृमि मुक्ति से संक्रमण को प्रभावी रूप से रोका जा सकता है। इस क्रम में 22 अगस्त (शुक्रवार) को कृमि मुक्ति दिवस तथा 29 अगस्त को मॉप-अप दिवस मनाया जाएगा।


कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महेन्द्र सिंह खंगारोत ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा विद्यालयों, उच्च शिक्षण एवं तकनीकी संस्थानों तथा मदरसों में शिक्षक 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों और किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाएंगे।


जिला औषधि भंडार प्रभारी डॉ. अनिल जैन ने बताया कि जिला स्तर से सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक दवा पहुंचा दी गई है तथा शीघ्र ही विद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों तक भी इसकी आपूर्ति सुनिश्चित कर दी जाएगी।


मौसमी बीमारियों की रोकथाम पर चर्चा करते हुए सीएमएचओ डॉ. बिन्दल ने कहा कि मलेरिया, डेंगू एवं स्क्रब टाइफस नियंत्रण के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पंचायती राज, नगर परिषद, नगर पालिका, पशुपालन एवं कृषि विभाग का सहयोग आवश्यक है। इसके अंतर्गत घरों के आसपास की झाड़ियां हटाना, फॉगिंग कराना तथा मच्छर रोधी गतिविधियों का संचालन करना शामिल है।


जिला कलक्टर ने नगर परिषद एवं नगर पालिकाओं के आयुक्तों तथा निष्पादन अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सभी वार्डों में फॉगिंग की कार्ययोजना बनाकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करें। वहीं सीईओ जिला परिषद श्री बृजमोहन बैरवा ने ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़ियां हटवाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।


बैठक में अतिरिक्त जिला अधिकारी, सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा शिक्षा, पशुपालन, महिला एवं बाल विकास, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं उच्च शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुलिस पाटन द्वारा हथियार की नोक पर वाहन लूट करवाने वाला अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

शारदीय नवरात्र* *03 अक्टूबर 2024 गुरुवार

चोंमू के निकट ग्राम पंचायत कानपुरा के शंभूपुरा गांव में तालाब की भूमि पर कब्जा करने का मामला