नीमकाथाना के निकटवर्ती ग्राम चिंचड़ोली में नानीबाई का मायरा कथा में पंचम दिवसीय आयोजन
नीमकाथाना के निकटवर्ती ग्राम चिंचड़ोली में नानीबाई का मायरा कथा में पंचम दिवसीय आयोजन
में कथावाचक श्री रणवीर भाई शेखावाटी के श्री मुखारविंद से गांव की गौशाला में हो रहा है आज पांचवें दिन की कथा में जैसे ही नरसी जी संतों को लेकर अंजार पहुंचे तो वहां नरसी जी ने हुण्डी लिखकर संतों को दी। जिसको भगवान द्वारकाधीश जी ने स्वीकार कर संतों को भुगतान किया तथा मांडलिक राजा के द्वारा परिक्षा ली गई। सभी नरसी जी की मज़ाक़ उड़ा रहे थे।यह सुनकर नानीबाई ने कहा, म्हारे पिताजी के पास में कुछ नहीं, लेकिन समय पर तो आएं हैं और मैं आपको दिखलाऊंगी।। मेरा सांवरा बीरा(भाई) आयेंगा और मायरा भरेगा।जो दुनिया हमेशा याद रखेंगी।।।
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