राष्ट्रीय शिक्षा नीति 20-20 भारत के दर्शन और संस्कृति के अनुरूप है जो बौद्धिक परिवर्तन का आधार बनेगी- प्रो.बलवंत राय जानी
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 20-20 भारत के दर्शन और संस्कृति के अनुरूप है जो बौद्धिक परिवर्तन का आधार बनेगी- प्रो.बलवंत राय जानी
उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय एवं जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में रसायन विभाग द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन "इमर्जिंग ट्रेंड्स इन केमिकल साइंसेज फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट" विषय को लेकर मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से प्रारंभ हुआ। कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष डॉ .रेणू राठौड़ ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कॉन्फ्रेंस के विषय पर प्रकाश डाला। प्रथम दिवस उद्घाटन सत्र में अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि प्रो. अजय कुमार शर्मा, वाइस चांसलर, एमबीएम यूनिवर्सिटी, जोधपुर ने सभी को संबोधित करते हुए केमिकल इंडस्ट्रीज, टेक्सटाइल्स मिल्स ,अन्य एजेंसीओं के द्वारा निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों द्वारा पर्यावरण एवं मानवीय जगत को पहुंचने वाली हानि पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सभी से इस पर्यावरणीय मुद्दे पर चिंतन एवं मनन के साथ ही उचित समाधान प्रस्तुत करने को कहा। आयोजन सचिव एवं विभागाध्यक्ष डॉ.नरेंद्र सिंह चुंडावत भू.नो.वि.एवं डॉ.जय सिंह जोधा ज.रा.ना.रा.विद्यापीठ ने आयोजन की विस्तृत रूप रेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सम्मानीय अतिथि प्रो. अनामिक शाह, पूर्व वाइस चांसलर गुजरात विद्यापीठ, अहमदाबाद द्वारा ग्रीन केमेस्ट्री, कन्वेंशनल केमिस्ट्री, टाइप्स ऑफ़ हाइड्रोजन, सस्टेनेबल एनर्जी आदि पर विस्तृत चर्चा की गयी।
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