बाल पुस्तक महोत्सव 2024 का भव्य आगाज नन्हे मुन्ने बच्चों के आकर्षण का केंद्र 31 जनवरी तक रहेगी प्रदर्शनी कहानी किस्से की पुस्तकों के साथ खेल सामग्री भी उपलब्ध रहेगी

 बाल पुस्तक महोत्सव 2024 का भव्य आगाज


 नन्हे मुन्ने बच्चों के आकर्षण का केंद्र 


31 जनवरी तक रहेगी प्रदर्शनी


कहानी किस्से की पुस्तकों के साथ खेल सामग्री भी उपलब्ध रहेगी





विवेक अग्रवाल

उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 3 जनवरी। वर्तमान समय में विद्यार्थी समझ के पढ़ने की प्रक्रिया को हासिल नहीं कर पा रहे हैं उन्हें पर्याप्त मात्रा में सामग्री नहीं मिल रही है समझ के साथ पढ़ना सीखना एक चुनौती बन गया है दसवीं तक आते-आते लर्निंग और पढ़ने की आदत छूट जाती है बच्चों को नए-नए अवसर उपलब्ध करा पाए जो एक नई संस्कृति का  जन्म देगा। पढ़ने से संबंधित सभी  समस्याओं का समाधान प्रदान करने के लिए उदयपुर बाल पुस्तक महोत्सव की परिकल्पना की गई है। इसके तहत 31 जनवरी तक विभिन्न पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। जहां सभी आयु वर्ग  के सदस्य सवेरे 10:00 बजे से शाम 7:00 तक महोत्सव में आ सकते हैं ये विचार विद्या भवन शिक्षा संदर्भ केंद्र के अरुण कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए रखें। अवसर था उदयपुर बाल पुस्तक महोत्सव के उद्घाटन समारोह का। गुणवत्ता पूर्ण शैक्षिक सामग्री तक पहुंच के अवसर प्रदान करना समझ कर पढ़ने लिखने की प्रक्रिया एवं संस्कृति को बढ़ावा देना विद्यार्थियों को कुशल पाठक बनने और जीवन प्रयत्न सिखाने हेतु प्रेरित करना विद्यार्थियों में सीखने का आत्मविश्वास बढ़ाना आधारभूत शिक्षा को सशक्त बनाना जैसे उद्देश्यों को लेकर उदयपुर बाल पुस्तक महोत्सव का आयोजन 3 जनवरी से 31 जनवरी तक फतेहपुरा पुलिस चौकी के पास स्थित डॉक्टर मोहन सिंह मेहता पार्क में किया जाएगा।

इससे पूर्व विद्या भवन सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष व मुख्य अतिथि  अजय एस मेहता द्वारा आज 'उदयपुर बाल पुस्तक महोत्सव' का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि किताबों से ही हम मंथन कर पाते हैं और एक बार जब बच्चा पड़ने की आदत ग्रहण कर लेता है तो उसे सही और गलत का फरक पता चलने लग जाता है।"

विशेष अतिथि शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक  पुष्पेन्द्र शर्मा ने कहा कि किताबें बच्चों के सीखने के लिए बहुत जरूरी है और विद्यालयों में बच्चों के स्तरानुरूप किताबें होनी चाहिए। समझ के साथ पड़ना' अभियान के तहत यह महोत्सव 3 से 31 जनवरी तक चलेगा। जिसमें पुस्तक पढ़ने के इच्छुक व्यक्ति वही प्रांगण में पुस्तक बैठकर पढ़ भी सकेंगे और अपनी मनपसंद पुस्तक खरीद भी सकते हैं। पढ़ने-लिखने और समझने की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विद्या भवन शिक्षा संदर्भ केंद्र इस अभियान को सरकारी विद्यालय के आम बच्चों के लिए आगे बढ़ाएगा। इस अभियान का मुख्य लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण सामग्री उपलब्ध कराने के अवसरों के साथ बच्चों में सीखने के आत्मविश्वास को बढ़ाना है। उनकी आधारभूत शिक्षा को बल प्रदान करते हुए कुशल पाठक बनने और जीवनपर्यंत सीखने के लिए प्रेरित करना है।

उद्घाटन के अवसर पर सोसायटी के बर्तमान अध्यक्ष  हंसराज चौधरी ने विद्या भवन की शिक्षा पद्धति के अनुभवों की बात करते हुए इस अभियान को व्यापक स्तर पर ले जाने की बात कही। साथ ही विद्या बन्धु संघ की अध्यक्षा श्री मती पुष्पा शर्मा ने भी अपने अनुभव साझा किए। सोसायटी के मुख्य संचालक (CEO) डॉ अनुराग प्रियदर्शी ने अपने संबोधन में कहा कि भविष्य में उदयपुर शहर के लोग इस आयोजन का इंतजार करेंगे।

इस अवसर पर चौकसी समूह के सीएसआर हेड  प्रवीण कुमार ने इस आयोजन को आगे बढ़ाने में मदद करने की बात कही।


एक महीने तक चलने वाले बाल पुस्तक महोत्सव में एकलव्य, नेशनल बुक ट्रस्ट, चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट, जागोरी, इकतारा जैसे महत्त्वपूर्ण प्रकाशकों की किताबे, शैक्षिक सहायक सामग्री, विज्ञान किट, गणित किट जैसी सामग्री प्राप्त की जा सकती है।


पूरे महीने विभिन्न सरकारी स्कूल व बंचित समुदाय के बच्चों को महोत्सव में आमंत्रित किया जाए‌गा और उनके साथ भाषा, विज्ञान व गणित सीखने की गतिविधियाँ आयोजित की जायेगी। लगभग 25 सरकारी स्कूलों के लिए पुस्तकों व सामग्री का एक सेट डोनेट किया जाएगा। इन स्कूलों के बच्चों के साथ आने वाले समय में अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा। नयी शिक्षा नीति और बर्तमान विभिन्न शैक्षिक रिपोर्ट प्राथमिक शिक्षा की जिन बुनियादी चुनौतियों को प्रमुखता से प्रकट कर रही हैं, उन्हें हल करने की दिशा में एक प्रभावी अभियान के रूप में इसे आगे बढ़ाते हुए बच्चों के सीखने की प्रक्रिया को सशक्त बनाया जाएगा। विद्या भवन यह आयोजन एच टी पारेख फाउण्डेशन, सेंटर फॉर माइक्रो फाइनेंस, एकलव्य, रमा मेहता ट्रस्ट और लैंग्वेज लर्निंग फाउण्डेशन जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ मिलकर कर रहा है। बुधवार को उदयपुर बाल पुस्तक महोत्सव में आदिवासी जनजातीय क्षेत्र कुम्भलगढ़ में सेवा मंदिर द्वारा संचालित बाल आवासीय साक्षरता शिविर के 40 ड्रॉप आउट बच्चों ने स्टोरी टेलिंग, आर्ट एण्ड क्राफ्ट एवं गणितीय गतिविधियों में भागीदारी की। कार्यक्रम का संचालन विद्या भवन शिक्षा संदर्भ केंद्र के सीनियर फैकल्टी कमल महेन्द्र ने किया तथा संस्था के इंचार्ज अरुण कुमार ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विद्या भवन रिसोर्ट सेंटर के सीनियर कमल महेंद्रु विद्यबंधु संघ की पुष्पा शर्मा सीनियर रिसर्च एसोसिएट डॉक्टर यशोधरा कनेरिया शिक्षा संदर्भ केंद्र की कामिनी उपाध्याय विद्या भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य पुष्पराज सिंह राणावत और अनेक संकाय सदस्य उपस्थित थे।

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