राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में एनसीसी सप्ताह के उपलक्ष्य में रक्तदान शिविर का आयोजन*
*राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में एनसीसी सप्ताह के उपलक्ष्य में रक्तदान शिविर का आयोजन*
*हर जरूरतमंद व्यक्ति को रक्तदान कर निभाएं मानवता का फर्ज : प्रो. बीएल वर्मा, कुलगुरु*
कोटा,22 नवंबर, राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी, कोटा के एनसीसी आर्मी विंग द्वारा एनसीसी सप्ताह के अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन मुख्य अतिथि प्रो.बीएल वर्मा, कुलगुरु, वर्धमान खुला विश्वविद्यालय कोटा की उपस्थिति में किया गया।आरटीयू के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड ने बताया कि इस शिविर का मुख्य उद्देश्य युवाओं में मानव सेवा, सामाजिक जिम्मेदारी और राष्ट्र सेवा की भावना को सशक्त करना था। जिसमें बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स, विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा स्वेच्छा से रक्तदान कर मानवता की सेवा का संदेश दिया। एनसीसी ऑफिसर डॉ. शांति लाल मीणा के निर्देशन में हुए इस शिविर में कुल 112 यूनिट रक्तदान हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर बीएल वर्मा ने पौधारोपण कर पर्यावरण जागरूकता के लिए भी प्रेरित दिया।
कार्यक्रम मे कुलगुरु प्रो. निमित चौधरी, डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रो. दिनेश बिड़ला तथा 14 राजस्थान बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल संजय सिंह उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि प्रो. बीएल वर्मा ने कहा कि रक्तदान शिविर जैसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह उन्हें समाज के प्रति जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाता है। एनसीसी की पूरी टीम इस प्रशंसा की पात्र है। उन्होंने कैडेट्स व विद्यार्थियों को राष्ट्र सेवा एवं अनुशासन के पथ पर अग्रसर होने की बात कही।कुलगुरु प्रो निमित चौधरी ने कहा कि रक्तदान एक महान कार्य है, जो किसी जरूरतमंद को जीवनदान देता है। राजस्थान तकनीकी विश्व विद्यालय के एनसीसी कैडेट्स और छात्र जिस उत्साह और समर्पण के साथ इस पुनीत कार्य में भाग ले रहे हैं, वह अत्यंत सराहनीय है। ऐसे आयोजन युवाओं में सेवा भावना, संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी को मजबूत करते हैं।ले.कर्नल संजय सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि एनसीसी का उद्देश्य केवल सैन्य प्रशिक्षण देना ही नहीं, बल्कि युवाओं को समाज और राष्ट्र के प्रति उत्तरदायी नागरिक बनाना है। कैडेट्स इसी प्रकार अनुशासन और सेवा के मार्ग पर आगे बढ़ते रहे

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