राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय का दिवाथर्व विकास फ़ाउंडेशन और इंडियन सोसाइटी फ़ॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट कोटा चैप्टर के साथ एमओयू, छात्रों के प्रशिक्षण व प्लेसमेंट को मिलेगा नया आयाम
*तकनीकी शिक्षा राजस्थान*
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय का दिवाथर्व विकास फ़ाउंडेशन और इंडियन सोसाइटी फ़ॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट कोटा चैप्टर के साथ एमओयू, छात्रों के प्रशिक्षण व प्लेसमेंट को मिलेगा नया आयाम
शिक्षा से उद्योग तक —विद्यार्थियों को मिलेगा कौशल विकास और रोज़गार का नया मार्ग -प्रो एस के सिंह, कुलगुरु
कोटा, 28 अगस्त, 2025 राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय-कोटा ने दिवाथर्व विकास फ़ाउंडेशन (DVF) और इंडियन सोसाइटी फ़ॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट (ISTD), कोटा चैप्टर के साथ त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इस ऐतिहासिक साझेदारी का उद्देश्य विद्यार्थियों और संकाय को आधुनिक प्रशिक्षण पद्धतियों, नेतृत्व विकास, औद्योगिक प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं प्लेसमेंट के नए अवसर प्रदान करना है। विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि समझौते के अंतर्गत तीनों संस्थान मिलकर विशेषज्ञ व्याख्यान, कौशल विकास कार्यक्रम, फैकल्टी डेवलपमेंट, संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएँ और रोजगार उन्मुख प्रशिक्षण आयोजित करेंगे। इससे न केवल छात्रों की रोजगार क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि शिक्षकों की प्रशिक्षण दक्षता और उद्योग –शिक्षा समन्वय भी सुदृढ़ होगा।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. एसके सिंह ने कहा कि इस प्रकार की पहल विद्यार्थियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। एमओयू के तहत आईएसटीडी एवम दिवाथर्व विकास फाउंडेशन विशेषज्ञ व्याख्यान, संकाय विकास कार्यक्रम, नेतृत्व व प्रशिक्षण कौशल विकास तथा नवीन शिक्षण पद्धतियों पर कार्य करेगा। यह त्रिपक्षीय एमओयू सभी की अकादमिक उन्नति और सहयोगात्मक प्रयासों के प्रति प्रतिबद्धता को प्रकट करता है। समझौते में सहयोग के लिए शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार की साझा दृष्टि सम्मलित हैं। जैसे-जैसे राजस्थान का तकनीकी शैक्षिक परिदृश्य तीव्र गति से विकसित हो रहा है, इस तरह की पहल समग्र विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करती है और शिक्षा-अनुसंधान की के माध्यम से व्यक्तियों और समुदायों को सशक्त बनाती है।
दिवाथर्व विकास फ़ाउंडेशन की निदेशक अनिता चौहान ने इस अवसर पर कहा कि यह समझौता शिक्षा और उद्योग के बीच एक सशक्त सेतु बनेगा। कोटा चैप्टर अध्यक्ष डॉ अमित सिंह राठौड़ ने कहा इससे न केवल छात्रों की रोज़गार क्षमता बढ़ेगी, बल्कि शिक्षकों की प्रशिक्षण दक्षता भी सशक्त होगी।
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