प्रो. रमेश मकवाना को यूजीसी नई दिल्ली में ‘पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति समिति’ का सदस्य नियुक्त किया गया

 प्रो. रमेश मकवाना को यूजीसी नई दिल्ली में ‘पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति समिति’ का सदस्य नियुक्त किया गया




उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। भारत वैश्विक स्तर पर नवाचार एवं अनुसंधान के क्षेत्र में नया ज्ञान अर्जित कर महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है, इसके लिए सर्वोत्तम अनुसंधान के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण पीएच.डी. हो तथा उस अनुसंधान को राष्ट्रीय प्रशस्ति पत्र मिले, इसके लिए यूजीसी नई दिल्ली के अध्यक्ष ने ‘पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति समिति’ का गठन किया गया है। उस समिति में पूरे भारत से पांच सदस्यों को नियुक्त किया गया है।



इसमे सामाजिक विज्ञान समिति में सरदार पटेल विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के प्रो. रमेश मकवाना को नियुक्त किया गया है।

प्रो.मकवाना अब पूरे भारत के सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में पीएचडी छात्रों को उनके शोध में नवाचार और गुणवत्ता के आधार पर पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र के लिए चुनने का महत्वपूर्ण कार्य करेंगे। इस प्रशस्ति पत्र के लिए चुने गए शोधकर्ताओं को हर साल 5 सितंबर को यूजीसी दिल्ली कार्यालय द्वारा सम्मानित किया जाएगा और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। यह राष्ट्रीय स्तर पर पीएच.डी.  शोधकर्ताओं के लिए गर्व की बात होगी।


                                           

प्रो. मकवाना वर्तमान में जनजातीय नीति आयोग भारत सरकार में विषय विशेषज्ञ के रूपमे क्रियाशील, बाबू जगजीवन राम राष्ट्रीय फाउंडेशन, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग, भारत सरकार और राष्ट्रीय शिक्षा नीति, यूजीसी, दिल्ली मे सदस्य हैं। वह भारतीय समाजशास्त्र परिषद के प्रबंधन बोर्ड में निर्वाचित सदस्य के रूप में भी कार्यरत हैं।


प्रो. मकवाना को डॉ.बाबा साहेब अंबेडकर पुरस्कार और एक लाख रुपये गुजरात सरकार की ओर से दिया गया था। शिक्षा के क्षेत्र मे प्रो. मकवाना की ३० पुस्तकें और 65 शोध लेख प्रकाशित किए हैं।  यूजीसी के तहत 6 शोध परियोजनाएं पूर्ण कीं है। उनके नेतृत्व में 45 छात्रों ने पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। यूजीसी की यह महत्वपूर्ण समिति के सदस्य के रूप में नियुक्ति के लिए प्रो. मकवाना को बधाई।

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