प्रसव के दौरान महिला की हुई दर्दनाक मौत*
*प्रसव के दौरान महिला की हुई दर्दनाक मौत*
*सरकारी अस्पताल में प्रसव के बाद हालात बिगड़ने पर निजी अस्पताल मे भर्ती महिला की हुई मौत*
*एक बार फिर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या सरकारी अस्पतालों में प्रसव की जिम्मेदारी स्वास्थ्य कर्मियों को छोड़ दिया गया है*
सुभाष तिवारी लखनऊ
*नेवादा कौशाम्बी* नेवादा ब्लॉक के सरकारी अस्पताल में महिला के प्रसव के बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी डॉक्टरों की मौजूदगी ना होने से प्रसव पीड़िता महिला को सरकारी अस्पताल में इलाज नहीं मिल पाया जिससे परिवार के लोग परेशान हो गए और महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन वहां भी सुधार न होने पर महिला को परिजन इलाहाबाद ले जा रहे थे जहां उसकी मौत हो गई है एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं महिला की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है
जानकारी के मुताबिक पिपरी थाना के मखऊपुर निवासी शिवलोचन उम्र लगभग 30 वर्ष पत्नी धनंजय को 4 नवम्बर मंगलवार भोर मे प्रसव के लिए नेवादा पी एच सी मे भर्ती कराया गया जहां पर महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया उसके कुछ देर बाद महिला की अचानक हालत बिगड़ने लगी और ब्लड तेजी से गिरने लगा अस्पताल में महिला डाक्टर मौजूद नहीं थी हालत नाजुक बताते हुए अस्पताल कर्मियों ने पीड़ित महिला को जिला अस्पताल रेफर कर दिया परिजनों ने महिला की हालत को नाजुक देखते हुये जिला अस्पताल नही बल्कि तिल्हापुर मोड़ के एक निजी अस्पताल मे भर्ती करा दिया तकरीबन एक घंटे महिला का इलाज निजी अस्पताल में किया गया लेकिन डाक्टर बीपी नियन्त्रित करने मे असफल रहे और उन्होने भी हांथ खड़े कर दिए मजबूर हताश परिजन आनन फानन मे महिला को गंभीर अवस्था मे प्रयागराज ले गये और निजी अस्पताल मे भर्ती कर दिया जहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई महिला की मौत होने के बाद परिजन मे कोहराम मच गया महिला अपने पीछे तीन बच्चों दिव्यांशी 6 वर्ष आयांशी 4 वर्ष तथा गोद मे दुधमुंहा बेटा नवजात शिशू को छोड़ गई है महिला की मौत के बाद कौशाम्बी की स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या सरकारी अस्पतालों में प्रसव की जिम्मेदारी स्वास्थ्य कर्मियों को छोड़ दिया है


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