राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर में पुराने सर्विस कैसेस् पेंडेंसी बढ़ी, निस्तारण शून्य --

 राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर में पुराने सर्विस कैसेस् पेंडेंसी बढ़ी, निस्तारण शून्य --


कैलाश चंद्र कौशिक

जयपुर! जयपुर बेंच जयपुर राजस्थान हाई कोर्ट का आलम यह है कि कॉलेजिअस जज साहब को स्वत:संज्ञान पर राजनीतिक ख्याति प्राप्त करने का चस्का लगा, फिर कैसेस् की पेंडेंसी से क्या लेना देना है? प्राय:इसमें पारदर्शिता का अभाव है! साथ देने वाले भी कमी नहीं छोड़ते हैं, इनमें सरकारी वकीलों और सरकारी विभागों के कैसेस् इंचार्ज ऑफिसर्स भी वर्षों से पेंडेंसी बनाये रखने में अग्रसर हैं क्योंकि इन्हें जयपुर में सभी फायदे लेते हुए जमे रहना है? करोड़ों का बजट राज्य सरकार देती है, फिर जजस् और सरकारी लीगल्स लापरवाही में वाहवाही लूटते रहे हैं! इतना महंगा अन्याय ही सामान्य नागरिकों में न्याय से विमुख और अविश्वास पैदा करता है! जनतंत्र का उपहास है!

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