दीपावली पर नवसस्येष्टि यज्ञ सम्पन्न
दीपावली पर नवसस्येष्टि यज्ञ सम्पन्न
उदयपुर जनतंत्र की आवाज। आर्य समाज हिरण मगरी में महर्षि दयानंद सरस्वती निर्वाण दिवस दीपावली पर्व हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया । पं.रामदयाल के पोराहित्य में विशेष यज्ञ सम्पन्न हुआ जिसमें श्रीमती निर्मला टांक, शारदा गुप्ता, प्रीति चौहान, भंवर लाल आर्य, अम्बालाल सनाढ्य नूतन गर्ग ओम प्रकाश कुमावत आदि यजमानों ने यज्ञ में आहूतियां दी। श्रीमती दुर्गा कुमावत, कृष्ण कुमार सोनी, सुभाष कोठारी आदि ने भजन प्रस्तुत किए।
पर्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए आर्य समाज के मंत्री वेद मित्र आर्य ने कहा कि दीपावली पर्व का मूल नाम शारदीय नवसस्येष्टि पर्व है। शरद् ऋतु में उत्पन्न नयी फसल के अन्न द्वारा किया जाने वाला यज्ञ। इस अवसर पर खरीफ की फसल का अन्न घर में आता है तथा रबी की फसल की बुवाई प्रारम्भ होती है। ये दोनों फसलें आर्यावर्त (भारत) की मुख्य फसलें हैं। भारतीय वैदिक संस्कृति में भोजन ग्रहण करने से पहले उसे यज्ञ में आहुत करने की परम्परा रही है। साथ ही आपने महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवन के अंतिम दृश्य का चित्रण पढ़ कर सुनाया जिसे सुन कर श्रोता अभीभूत हो गये। भूपेंद्र शर्मा द्वारा शांति पाठ एवं जयघोष के साथ सभा समाप्त हुई।

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