भारत के सांसद, विदेशी हितैषी, देश की सुरक्षा को खतरे जान--
भारत के सांसद, विदेशी हितैषी, देश की सुरक्षा को खतरे जान-- कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर!नई दिल्ली! ओवैसी का विदेशी प्रेम,इनका सबसे बड़ा भारतीय संसद में 27 मुस्लिम सांसद होना है ! ओवैसी अपने रंग में पूरी संसद रंग सकते हैं। अपराधी भी चुनाव में चुन कर आये हैं! संसद में कांग्रेस का विगत इतिहास भारतीय विघटन का रहा है!ओवैसी कौम की आवाज़ बन कर संसद में आया है, वह अपनी कौम की आवाज है। दुर्भाग्य हिंदुओं का है कि हमारे पास कोई ओवैसी जैसा नहीं है, ओवैसी ने जय भारत नहीं कहा, जय हिंद भी नहीं कहा, बिस्मिल्लाह पढ़ा, अल्लाह का शुक्र अदा किया और बोले जय फलीस्तीन, पूरा सदन मुँह ताकता रह गया, और मजमा ओवैसी ने लूट लिया।
कोई दिक्कत नहीं संसद सदस्यता जाती हो जाये, अपनी कौम की आवाज बनने के लिए कुर्सी मिली है। उसकी कट्टर मानसिकता है, ऐसे लोग हिंदू समाज को अपना नहीं मानेंगे! इसकी सदस्यता रद्द किया जाना नियमांतर्गत भारतीय संविधान अनुच्छेद 102, खंड (D) के तहत है! कोई सांसद का कोई निर्वाचित सदस्य किसी विदेशी राज्य के प्रति निष्ठा की घोषणा करता है तो उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा!
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