विश्व संगीत दिवस पर राग भीमपलासी,पटदीप, मिश्र पीलू सिंद भैरवी की शास्त्रीय रचनाओं से उस्ताद फैयाज खान ने बांधा समां कार्यक्रम में 80 से ऊपर के वरिष्ठ सदस्य ने भी की शिरकत

 विश्व संगीत दिवस पर राग भीमपलासी,पटदीप, मिश्र पीलू सिंद भैरवी की शास्त्रीय रचनाओं से उस्ताद फैयाज खान ने बांधा समां


कार्यक्रम में 80 से ऊपर के वरिष्ठ सदस्य ने भी की शिरकत




उदयपुर 21 जून। गुलाब बाग आरएमवी रोड स्थित अर्बुदा कला मंदिर संगीत प्रशिक्षण संस्थान में शुक्रवार को विश्व संगीत दिवस के अवसर पर शास्त्रीय गायन और शास्त्रीय वादन की प्रस्तुति रखी गई। इस कार्यक्रम के मुख्य कलाकार थे शहर के जाने-माने सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक उस्ताद फैयाज खान और उभरते कलाकार विनोद शारदा। संस्थान निदेशक विवेक अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत ठीक 5 बजे गणेश वंदना से की गई। तत्पश्चात शास्त्रीय वायलिन वादक विनोद शारदा ने राग यमन में सरगम गीत छोटा ख्याल और राग भूपाली में सरगम गीत छोटा ख्याल प्रस्तुत किया। इसके बाद उन्होंने राग यमन में एक फिल्मी रचना प्रस्तुत की रचना के बोल थे चंदन सा बदन चंचल चितवन। कार्यक्रम के मध्य में अंतराल हेतु संस्थान के नन्हे छात्र देव कुमावत ने वंदे मातरम बांसुरी पर प्रस्तुत किया। तत्पश्चात मुख्य कलाकार उस्ताद फैयाज खान साहब ने राग पटदीप से अपने गायन की शुरुआत बड़ा ख्याल गाकर की। इसके बाद रचना सिंद भैरवी छोटा ख्याल अलाप तानो सहित प्रस्तुत किया। उन्होंने विलंबित और मध्यालय में ख्याल की प्रस्तुति करते हुए लगी लड़ी की सुंदर गायकी प्रस्तुत की। ठुमरी आजा बलम गाकर सुनाई तो शास्त्रीय संगीत के  सुधी श्रोता वाह-वाह कर उठे। तबले पर संगत शहर के जाने-माने तबला वादक अखिलेश शर्मा ने की। उन्होंने छोटा ख्याल बड़ा ख्याल और ठुमरी के साथ जुगलबंदी की।  बड़े ख्याल छोटा ख्याल के साथ ठुमरी में सुंदर ताल रचनाएं प्रस्तुत की। कलाकार फैयाज खान ने विश्व संगीत दिवस के अवसर पर अपने प्रत्येक रचना में संध्याकालीन रागों को गाकर सुनाया। उन्होंने याद पिया की आई और प्रेम जोगन बनाई ठुमरी रचना प्रस्तुत की। कार्यक्रम मैं उन्होंने राज मिश्रा पीलू में रचना बरसन लागी सावन बुंदियारा प्रस्तुत की। रचना दादरा और गजल भी प्रस्तुत की। कार्यक्रम का समापन भक्ति रचना के साथ किया । इस अवसर पर संस्थान में संगीत छात्र-छात्राओं के अलावा उस्ताद फैयाज खान के सभी शिष्य और अभिभावक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संगीत संस्थान के निदेशक विवेक अग्रवाल ने किया। संस्थान के वरिष्ठ  सदस्य मार्गदर्शक अक्षय अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व कलाकारों को प्रतीक  चिन्ह  देकर सम्मान किया गया।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुलिस पाटन द्वारा हथियार की नोक पर वाहन लूट करवाने वाला अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

शारदीय नवरात्र* *03 अक्टूबर 2024 गुरुवार

चोंमू के निकट ग्राम पंचायत कानपुरा के शंभूपुरा गांव में तालाब की भूमि पर कब्जा करने का मामला