ग्रीन पोलिंग स्टेशन बनेंगे
ग्रीन पोलिंग स्टेशन बनेंगे
आयोग ने हर विधानसभा क्षेत्र में ग्रीन पोलिंग स्टेशन (इको फ्रेंडली) स्थापित करने के भी निर्देश दिए हैं। इसके तहत संबंधित बूथों पर यथासंभव पर्यावरण को क्षति पहुंचाने वाली वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इसके अलावा बूथ पर माकूल साफ-सफाई व्यवस्था रहेगी तथा डस्टबिन भी लगाए जाएंगे।
पहले पांच मतदाता करेंगे पौधरोपण
चुनाव आयोग ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा नवाचार करते हुए हर बूथ पर पौधरोपण कराने के भी निर्देश दिए हैं। इसके तहत प्रत्येक बूथ पर पहले पांच मतदाता पौधरोपण करेंगे। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने उप वन संरक्षक को पत्र भेज कर जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में स्थापित 2209 बूथों के लिए कुल 11045 पौधे संबंधित विकास अधिकारियों को अविलम्ब उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
बूथों पर मतदाताओं के लिए रहेंगी व्यवस्थाएं
आयोग ने प्रत्येक बूथ पर मतदाताओं के लिए बैठने की व्यवस्था, पेयजल, छाया की उचित व्यवस्था, रोशनी की व्यवस्था के भी निर्देश दिए हैं। इसके अलावा मतदान केंद्रों पर मैस्कॉट का भी प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं चिन्हित मतदान केंद्रों के बाहर स्थानीय कलाकारों के माध्यम से मतदाता जागरूकता संबंधित प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी। केंद्र पर वोटर आईडी के अलावा प्रस्तुत किए जा सकने वाले 12 दस्तावेजों का पोस्टर भी प्रदर्शित किया जाएगा।
त्रि-स्तरीय वार रूम स्थापित
निर्वाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य, जिला एवं विधानसभा स्तर पर वार रूम स्थापित किए गए हैं। राज्य स्तरीय वार रूम का नेतृत्व मुख्य निर्वाचन अधिकारी करेंगे। वहीं जिला स्तरीय वार रूम में जिला स्वीप नोडल अधिकारी तथा विधानसभा स्तर पर डी-एईआरओ के नेतृत्व में टीम काम करेगी। वार रूम पर फील्ड में काम करने वाले सभी कार्मिकों के नाम, पदनाम व मोबाइल नंबर की सूची उपलब्ध रहेगी। टीम प्रत्येक दो घंटे में मतदान प्रतिशत का सूक्ष्य निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट तैयार करेगी। औसत से कम मतदान वाले केंद्रों पर तुरंत रणनीति बनाकर कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
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