वीरांगनाओं और वीरांगनाओं के संघर्ष में साथ देने व सांसद डॉ किरोडीलाल मीणा पर पुलिस द्वारा किया गया अत्याचार और प्रताड़ना पूर्णतया अमानवीय कृत्य हैं - वीरांगना कविता सामोता
वीरांगनाओं और वीरांगनाओं के संघर्ष में साथ देने वाले आदरणीय सांसद डॉ किरोडीलाल मीणा पर पुलिस द्वारा किया गया अत्याचार और प्रताड़ना पूर्णतया अमानवीय कृत्य हैं - वीरांगना कविता सामोता
पाटन।(के के धांधेला):-पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं के साथ हुए अपमानजनक व्यवहार और सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ आज भाजपा राजस्थान द्वारा आयोजित विशाल धरना प्रदर्शन में नीमकाथाना भाजपा नेत्री वीरांगना कविता सामोता शहीद वीर परिवारों के प्रती सम्मान और वीरांगनाओं के संघर्ष को समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर पहुंची।
इस अवसर पर उन्होंने मीडिया बंधुओं से वार्ता करते हुए कहा एक सैनिक अपना सर्वस्व छोड़कर देश सेवा के बॉर्डर पर जाकर देशवासियों की सुरक्षा के लिए संकल्पित होकर अपना बलिदान देता है और सत्तासीन सरकारी अगर उस वीर शहीद के परिवार जनों वीरांगनाओं के साथ अभद्र अमर्यादित तिरस्कार पूर्ण व्यवहार करती है तो मन बहुत व्यथित और पीड़ित होता है। मैं स्वयं एक वीरांगना हूं वीरांगना महिलाओं का दर्द और पीड़ा भली-भांति समझ सकती हूं मैं मुख्यमंत्री महोदय से कहना चाहती हूं कि आप तो वीरांगनाओं की मांगों पर विचार करते हुए उनसे वार्ता अवश्य करनी चाहिए। राजस्थान वीरो की भूमि है और इस वीर भूमि पर पिछले 13 दिनों से वीरांगनाओं के साथ पुलिस प्रशासन और राजस्थान सरकार के द्वारा जो खिलवाड़ किया जा रहा है उससे राजस्थान के वीर शहीदों का परिवार आक्रोशित है व्यतीत है।
मैं सरकार से पूछना चाहती हूं क्या हम इस राजस्थान के नागरिक नहीं है क्या हमारे परिवार जनों का बलिदान आपके लिए कोई मायने नहीं रखता है ? क्या आपके द्वारा शहीद की चिता पर किए गए वादे कि कोई प्रासंगिकता नहीं है।
इस अवसर पर वीरांगना कविता ने राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा से सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर पहुंचकर मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली, साथ ही वीरांगना मंजू जाट जिनके पति रोहिताश लांबा पुलवामा में शहीद हुए थे उनके घर अमरसर पहुंच कर उनके परिवारजनों को ढाढस बंधाया और उनके हालचाल जाने।
परिजनों के समाचार जानने के बाद मन को बहुत दुख हुआ की वीरांगना मंजू कहां है परिवार जनों को कुछ नहीं पता परिवार जनों का कहना था कि हमने हमारा बेटा पहले ही खो दिया अब इस निरंकुश और अराजक कांग्रेस सरकार के कारण हमारी बहू कहां है हमें नहीं पता और इतना कहकर परिवार जन फूट-फूटकर रो पड़े ऐसा मार्मिक दृश्य देखकर मेरी भी आंखें भर आई।
इस कृत्य के पश्चात राजस्थान सरकार को राजस्थान के शहीदों का परिवार और समग्र जनता कभी माफ नहीं करेगी।

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