कथा के माध्यम से गांव गांव जाऐगा गोसेवा का संदेश- महामण्डेलश्वर सीताराम दास आगरिया में सात दिवसीय विशाल गौ कृपा कथा महात्सव का आगाज आज से
कथा के माध्यम से गांव गांव जाऐगा गोसेवा का संदेश- महामण्डेलश्वर सीताराम दास
आगरिया में सात दिवसीय विशाल गौ कृपा कथा महात्सव का आगाज आज से
आमेट
आगरिया में सात दिवसीय गो महिमा की सरिता का शुभारम्भ शुक्रवार सांय 7 बजे से होगा। श्री पंचमुखी हनुमान नंदी गोशाला के अध्यक्ष महामण्डेलश्वर सीताराम दास ने कहा की कथा के माध्यम से गांव गांव गोसेवा का संदेश जाएगा। वही संत हरिदास ने कहा कि गोमाता के रक्षक बने एवं हर घर गोमाता की सेवा हो इसी के निमित गो कथा का आयोजन हो रहा है। साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती ने कहा कि मेवाड़ से 31 वर्षीय गो पर्यावरण चेतना एवं आध्यात्मिक चेतना यात्रा के प्ररेणा एवं संयोजन गुरूदेव गोपालानंद सरस्वती कथा व्यास होगे। ये सभी के लिए शौभाग्य की बात है। संतो ने आयोजन को लेकर मिडिया के सामनपे पुरी रूपरेख रखी। शुक्रवार को भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। कथा प्रतिदिन रात्रि 7 बजे से 10 बजे तक होगी।
व्यापक स्तर पर तैयारी
कथा आयोजन के लेकर विशाल डोम बनाया गया वही पार्किंग, बैठक, स्वागत, तुलादान, गौ दर्शन, ध्वज पाताका, लाईटिंग, संत निवास, गोमाता मंदिर आदि की तैयारिया पुरी कर ली है। पूरे गोशाला परिसर को दुल्हन की तहर सजाया गया है। कार्यक्रम के लिए सैकड़ो गोभक्त की टीम बनाई गई है। आस पास के गांवो से भक्तो को लाने के लिए वाहनो की भी व्यवस्था की गई।
इन संतो का रहेगा सानिध्य
कथा में गौ ऋषि दत्तशरणानंद गौधाम पथमेड़ा, संत अवधेश चौतन्य ब्रह्मचारी सुरज कुण्ड, गोवत्स राधाकृष्ण जोधपुर, राजस्थान गोसेवा समिति अध्यक्ष दिनेश गिरी, बुद्धमठ फतेहपुर, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवीन्द्र पुरी वेरो का मठ, गोवन्दि वल्लभ श्रीपतिधाम सिरोही, प्रकाश नाथ बांसवाड़ो, अभिराम दास हरिद्वार, रविन्द्रानंद हरिद्वार, प्रकाश दास निवाई, महंत संतोष नाथ आयतो की धुणी, महामण्डलेश्वर चेतन दास मुगांणा, महामण्डलेश्वर मोनीरामदास रोकड़िया हनुमान मंदिर, संत ज्ञानानन्द खमनोर, संत चेतनदास वणाई, संत मुमुक्ष राम रामद्वारा आमेट, संत निर्मलराम रामद्वारा केलवा, संत रामदास बाहर का अखाड़ा आमेट, संत बलदेव दास कुवारिया, संत दास झड़ोल, बलदेव दास कुंवारिया, लक्ष्मीबाई दरीबा, नृसिंह दास सियाणा, काशीगिरी सियाणा, मदन मोहन दास रायपुर सहित क्षेत्र के प्रमुख मठो आश्रमो के संतो का सानिध्य रहेगा।
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