जिला कार्यालय संयुक्त निदेशक, पशु पालन विभाग, करौली में सर्विस रिकॉर्ड गायब
जिला कार्यालय संयुक्त निदेशक, पशु पालन विभाग, करौली में सर्विस रिकॉर्ड गायब-- कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर। करौली के पशु पालन विभाग में द्वेष्ता छलावा- हेराफेरी आज भी कायम है। पत्रकार पूर्व में विभाग में षड्यंत्रों का शिकार रह चुका है। सवाई माधोपुर की मंत्रणा करौली में सर्विस रिकॉर्ड (सर्विस बुक और सर्विस फाइल) तक इधर उधर/गायब/आउट ऑफ रिकॉर्ड/सूची वद्ध नहीं करके फाड़ना/उड़ा देना, आम बात है। पूर्व में कोई भुगतान नहीं मिल सके , इसीलिए जी.पी.एफ. और स्टेट इंसुरेएंस पास बुक्स तक फाड़/उड़ा दी गई??
इसे कहते हैं कार्यालय का संतोष प्रद कार्य/सर्व श्रेष्ठ वर्क और भव्य स्वागत, सेवा निवृत्ति पार्टी लेकर बेशर्मी से पेंशन पर चले जाते हैं??
क्या मरने, सेवा निवृत, तुम्हारे दुष्कर्म के कारण सेवा समाप्ति पर जाने पर कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है क्या??
फिर सर्विस रिकॉर्ड कंहा गया?? रजिस्ट्री डाक विभाग से जाने पर इधर उधर की जाती है, फिर निदेशक महोदय को ज्ञात होते ही
कैसे चुपके से कागजों में मिल जाती है? सामान्य हालात और कार्यालय का रवैया सही नहीं है?? हाल ही जिला कार्यालय की प्रक्रियाओं का शासन और प्रशासन के संज्ञान में आने पर दिनांक- 04/ दिसंबर/2024 को पूर्व संस्थापन लिपिक हरि चरण सैनी को रजिस्ट्री पत्र से कैलाश कौशिक का सर्विस रिकॉर्ड हैंड ओवर करने को कहा है?? जिसकी प्रति ना तो कर्मी को और नहीं निदेशक महोदय पशु पालन विभाग को दी है?? जो व्यक्ति सेवा निवृत्त होकर नोडुज लेकर चलता बना, कितना गैर जिम्मेदार रहा है? किसी के जीवन पर डकैती डालने के बराबर है, वह इनको अब रिकॉर्ड दे देगा?? हर जगह रिकॉर्ड की जरूरत है और होगी?? इसमें पारदर्शिता होनी चाहिये, शासन और निदेशालय पशु पालन विभाग को संज्ञान लेने को बाध्य होना पड़ेगा।
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