राजसमंद: श्रीमती पुष्पा सोनी ने भीम में चार विधिक सेवा शिविरों का सफल आयोजन कर 200 से अधिक नागरिकों और बंदियों को जागरूक किया
राजसमंद: श्रीमती पुष्पा सोनी ने भीम में चार विधिक सेवा शिविरों का सफल आयोजन कर 200 से अधिक नागरिकों और बंदियों को जागरूक किया
राजसमंद / / पुष्पा सोनी
राजसमंद। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA), राजसमंद के मार्गदर्शन और तालुका विधिक सेवा समिति (TLSC), भीम के तत्वावधान में दिनांक 31 दिसंबर 2024 को भीम के विभिन्न स्थानों पर विधिक सेवा शिविरों का सफल आयोजन किया गया। इन शिविरों का नेतृत्व परा विधिक स्वयंसेवक (PLV) श्रीमती पुष्पा सोनी ने किया। उनका प्रयास आमजन को न केवल विधिक सहायता के प्रति जागरूक करना था, बल्कि उन्हें उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं के लाभों से भी अवगत कराना था।
शिविर की शुरुआत उप कारागृह, भीम से हुई। यहाँ श्रीमती पुष्पा सोनी ने 16 बंदियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को समझा और नए बंदियों का पूरा विवरण प्राप्त किया। बातचीत के दौरान यह पाया गया कि किसी भी बंदी को वकील की आवश्यकता नहीं थी। इसके बाद कारागृह की साफ-सफाई, रसोई व्यवस्था, पानी की टंकी, मेडिकल किट और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया गया। सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं। यह शिविर बंदियों के अधिकारों और उनकी आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने का एक प्रभावी प्रयास था।
दूसरा शिविर पंचायत सेवा समिति के बाहर आयोजित किया गया, जहाँ 50 से अधिक आमजन ने भाग लिया। इस शिविर में उपस्थित नागरिकों को निःशुल्क विधिक सहायता सेवाओं, लोक अदालतों, और उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी गई। श्रीमती सोनी ने सरल भाषा में कानून से संबंधित विषयों को समझाते हुए आमजन को जागरूक किया और उन्हें उनके प्रश्नों के उत्तर भी प्रदान किए।
तीसरा शिविर सरकारी हॉस्पिटल, भीम में आयोजित हुआ। यहाँ 100 से अधिक नागरिकों को विधिक सहायता सेवाओं और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। अस्पताल के मरीजों और उनके परिजनों को भी जानकारी प्रदान की गई कि आवश्यकता पड़ने पर वे कैसे निःशुल्क विधिक सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस शिविर ने जरूरतमंद लोगों को उनके अधिकारों से अवगत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अंतिम शिविर सिंधी कॉलोनी में आयोजित किया गया। इस शिविर में 50 से अधिक लोगों ने भाग लिया। यहां उपस्थित नागरिकों को लोक अदालत, निःशुल्क विधिक सहायता, और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। पैंफलेट वितरण और सीधे संवाद के माध्यम से श्रीमती सोनी ने विधिक सेवाओं के महत्व को रेखांकित किया।
इन शिविरों में, उपस्थित लोगों को सरकारी योजनाओं, मुफ्त विधिक सहायता, और उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। शिविरों के दौरान वितरित पैंफलेट्स ने आमजन को विधिक सेवाओं के महत्व और उनकी उपलब्धता को समझने में मदद की।
श्रीमती पुष्पा सोनी के इस सराहनीय प्रयास ने आमजन और बंदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया। यह आयोजन न केवल विधिक सेवाओं को सुलभ बनाने का प्रयास था, बल्कि यह यह संदेश भी दिया गया कि कानून के प्रति जागरूकता प्रत्येक नागरिक का अधिकार है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें