जयपुर लालसोट के मंडावरी थाने में 31 अगस्त को नाबालिक लड़की के साथ गेम रेप का मामला दर्ज2 महीने भी जाने के बावजूद अभी तक पुलिस ने कोई भी ठोस कार्रवाई नहींघर छोड़कर रिश्तेदारों के पास रहने को मजबूरराजीनामा करने का दबाव राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण मुलजिम अभी पुलिस की पकड़ से दूर
जयपुर लालसोट के मंडावरी थाने में 31 अगस्त को नाबालिक लड़की के साथ गेम रेप का मामला दर्ज हुआ था लेकिन 2 महीने भी जाने के बावजूद अभी तक पुलिस ने कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की गई है इस पर पीड़िता के भाई में मुख्यमंत्री एसपी वह अन्य जनप्रतिनिधियों से न्याय की ग्वाल लगाई गई है पीड़िता के भाई ने दोसा एसपी को शिकायत देकर मामले में भारत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है ना ही कर रही है जिसके कारण आरोपियों द्वारा उनके परिवार को धमकी दी जा रही है परिवार को घर छोड़कर रिश्तेदारों के पास रहने को मजबूर होना पड़ रहा है और आरोपी रिश्तेदारों तक भी पहुंच गए हैं जहां पर उन पर राजीनामा करने का दबाव
बनाया जा रहा है
मंडोरी तहसील के गांव मेहरिया निवासी सूरज पुत्र चिरंजीलाल जाती माली में पुलिस थाना मंडावरी में 31 अगस्त 2024 को प्रथम सूचना रिपोर्ट नंबर 155 बात 2024 पुलिस थाना मंडावरी जिला दौसा अपराध धारा अंतर्गत 376 384 भारतीय दंड सहित पांच पोक्सो एक्ट मैं मुलजिम कालू उर्फ सुरेश एवं महेश उर्फ भोलिया पुत्र प्रहलाद मीणा निवास महेरिया मंडावरी लालसोट के खिलाफ नाम जद रिपोर्ट दर्ज कराई है
: घटना के अनुसार ग्राम मेहरिया तहसील मंडावरी पुलिस थाना मंडावरी निवासी 16 वर्षीय सुमन पुत्री चिरंजी लाल की की गांव के कालू उर्फ सुरेश एवं महेश उर्फ बोलिया पुत्र प्रहलाद मीणा द्वारा नहाते वक्त का वीडियो अपने मोबाइल में बना लिया गया जिनके वायरल करने की धमकी देकर करीब 3 वर्ष तक सुमन के साथ गैंग रेप किया गया बताया जाता है कि पुलिस थाना मंडावरी में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट के बावजूद अभी तक मुलजिमानों की गिरफ्तारी नहीं की गई है क्योंकि मुलजिम के परिवार जन भाजपा की सरकार में पद स्थापित है तथा राजनीतिक दबाव के चलते हुए पुलिस थाना मंडावरी के पुलिस उप अधीक्षक लालसोट द्वारा जांच में मुलजिम की गिरफ्तारी अभी तक नहीं की गई है बल्कि परिवादी को झूठे केस में फंसने की धमकी देकर राजीनामा करने का दावा बनाया जा रहा है उधर अपनी राजनीतिक पहुंच के कारण पुलिस अधीक्षक दोसा को दी गई रिपोर्ट मैं फ आर लगाने की हेतु पुलिस उप अधीक्षक लालसोट ने निवेदन किया गया है
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें