आवश्यक सेवाएं मुहैया कराकर समाज सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

 *भगवती लाल पारीक** का जन्म 15 सितंबर 1982 को हुआ और वे वर्तमान में भीलवाड़ा, राजस्थान में रहते हैं। इन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) में एम.एससी की डिग्री प्राप्त की है और उनके पास विभिन्न आईटी और प्रौद्योगिकी संबंधित प्रमाणपत्र हैं, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट सर्टिफाइड प्रोफेशनल भी शामिल है।  


भगवती लाल पारीक वर्तमान में संगम विश्वविद्यालय, भीलवाड़ा में डिप्टी रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र में अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। 


इसके साथ ही, भगवती लाल पारीक सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रूप से योगदान देते हैं। वे शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों की मदद के लिए विभिन्न कार्यक्रमों से जुड़े हैं। उन्होंने डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए भी कई अभियानों का नेतृत्व किया है, जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कंप्यूटर और इंटरनेट का महत्व समझाया गया और उन्हें इसके उपयोग के लिए प्रशिक्षित किया गया।


इसके अतिरिक्त, पारीक ने कोविड-19 महामारी के दौरान जरूरतमंदों को राशन और आवश्यक सेवाएं मुहैया कराकर समाज सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


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