लेक सिटी के अस्थल आश्रम मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव 27 को, दूसरे दिन 28 को होगा नंद उत्सव 500 किलो गेंदे के फूल से सजेगा मंदिर
लेक सिटी के अस्थल आश्रम मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव
27 को,
दूसरे दिन 28 को होगा नंद उत्सव
500 किलो गेंदे के फूल से सजेगा मंदिर
9 प्रमुख झांकियां होगी आकर्षण का केंद्र
उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। झीलों की नगरी उदयपुर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की तैयारी आरंभ हो गई है। श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाने के लिए तैयार हैं। बाजारों में भी जन्माष्टमी को लेकर रौनक बढ़ गई है। शहर के मुख्य बाजारों में भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी से संबंधित सामग्री झूले, लड्डू गोपाल के विग्रह, भगवान श्री कृष्ण के परिधान, श्रृंगार के सामान, पूजा सामग्री, आदि बिकने के लिए तैयार हैं। इसी श्रृंखला में शहर के प्रमुख मंदिरों में भी भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाने के लिए तैयारी आरंभ हो गई है। यह आयोजन कहीं एक कहीं दो और कहीं तीन दिवसीय होंगे।
उदयपुर शहर के प्रमुख मंदिर शहर के बीचो-बीच स्थित निंबार्क संप्रदाय के अस्थल आश्रम में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महा महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम 27 अगस्त को मनाया जाएगा। यहां जन्माष्टमी के दो दिवसीय कार्यक्रम होंगे। दूसरे दिन नंद उत्सव मनाया जाएगा।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के अस्थल मंदिर व्यवस्थापक राजेंद्र आमेटा ने बताया कि मंदिर में आकर्षक झांकियो के निर्माण के लिए मुख्य कलाकार जालौर से आए हैं वह अस्थल मंदिर में झांकियों का निर्माण कर रहे हैं। प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी जन्माष्टमी महोत्सव के लिए भव्य सुसज्जित झांकियां सजाई जाएगी। अस्थल मंदिर में झांकी निर्माण के लिए जालौर से आए रघुनाथ सुथार ने नौ प्रमुख झांकियां के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि श्रद्धालु इस बार के जन्माष्टमी महोत्सव में कंस के कारागार से नंद बाबा के घर ले जाते हुए भगवान श्रीकृष्ण झांकी, बाल स्वरूप द्वारा पूतना वध, भगवान श्री कृष्ण द्वारा गोपियों के वस्त्र हरण, राजा दिलीप के द्वारा नंदिनी गाय की शेर से रक्षा,
राधा कृष्ण के युगल स्वरूप,माता यशोदा द्वारा भगवान श्री कृष्ण को मिट्टी खाने से रोकते हुए ब्रह्मांड दर्शन , संदीपनी ऋषि आश्रम, स्वर्ण झूला जिसमें बाल गोपाल के दर्शन और प्रथम पूजनीय देवता गणेश जी की झांकी के सुंदर एवं मनमोहक दर्शन कर सकेंगे। व्यवस्थापक राजेंद्र आमेटा ने बताया कि जन्माष्टमी 27 तारीख मंगलवार को निंबार्क संप्रदाय की परंपरा के अनुसार होने वाले इस भव्य आयोजन में मंदिर की पूरी सजावट गेंदे के 500 किलो फूलों से होगी। महिलाओं और पुरुषों की पृथक पृथक पंक्ति द्वारा पूर्ण सुरक्षा के बीच रात के 12:30 बजे तक दर्शन होते रहेंगे। जिसमें लगभग 70000 हजार से एक लाख दर्शनार्थी भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के समारोह के साक्षी बनेंगे। व्यवस्थापक राजेंद्र आमेटा ने बताया कि मंदिर को बाहर से और अंदर से आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ सजाया जाएगा।



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