84 घंटा हनुमान मंदिर पर श्रद्धा -भक्ति भाव से मनाया गया बड़ा मंगल पर्व प्रातः काल हुआ नवीन वस्त्र आभूषणों से हनुमान जी का भव्य दिव्य श्रृंगार हनुमान चालीसा का हुआ पाठ

 84 घंटा हनुमान मंदिर पर श्रद्धा -भक्ति भाव से मनाया गया बड़ा मंगल पर्व


प्रातः काल हुआ नवीन वस्त्र आभूषणों से हनुमान जी का भव्य दिव्य श्रृंगार


हनुमान चालीसा का हुआ पाठ





 51 दीपकों से उतारी गई हनुमान जी की महा आरती 


प्यास से व्याकुल पथिकों को पिलाया गया दूध मिश्रित ठंडा शरबत


बदायूं, सर्राफा बाजार स्थित 84 घंटा हनुमान मंदिर पर आज बड़ा मंगल पर्व श्रद्धा-भक्ति भाव एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया .


मंदिर के पुजारी पंडित सुधीर मिश्रा ने प्रातः काल 8:00 बजे हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ा कर एवं नवीन वस्त्र आभूषण पहना कर भव्य दिव्य श्रृंगार किया.10:00 बजे हनुमान चालीसा का पाठ हुआ तत्पश्चात 51 दीपकों से श्री हनुमान जी की महा आरती उतारी गई. 11:00 बजे से दूध मिश्रित शीतल शरबत का वितरण ज्येष्ठ मास में प्यास से व्याकुल पथिकों के लिए किया गया. शीतल शरबत पीकर के राहगीरों ने अपनी प्यास बुझाई.


पंडित सुधीर मिश्रा ने बताया, कलयुग के जागृत देव हैं श्री हनुमान जी. श्री हनुमान जी की आराधना करने से भक्तों के बड़े से बड़े संकट पल भर में दूर हो जाते हैं. श्री हनुमान जी भगवान श्री राम के अनन्य भक्त हैं. श्री हनुमान जी बल, बुद्धि,विद्या प्रदान करने वाले एवं संकटों से रक्षा करने वाले हैं. श्री हनुमान जी की आराधना करने से भक्तों के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं.

इस मौके पर प्रदीप पटवा, राजकुमार सिंह सेंगर,प्रशांत रस्तोगी, कन्हैया मिश्रा, उमंग वैश्य, अमित वैश्य, शिवम देवल, राम गोपाल देवल, वंश मिश्रा, यश भारद्वाज, संजय राणा, नवल किशोर, प्रशांत वैश्य एवं दीवान आदि भक्तों ने सेवा में भाग लिया.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुलिस पाटन द्वारा हथियार की नोक पर वाहन लूट करवाने वाला अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

अतिरिक्त जिला कलेक्टर नीमकाथाना भागीरथ साख के औचक निरीक्षण में कर्मचारी नदारद पाए गए* *सीसीए नियमों के तहत होगी कार्रवाई*

आमेर तहसीलदार ने बिलोंची गाँव की खसरा न, 401 से लेकर खसरा न, 587 तक की जमीन की , जमाबंदी के खातेदार 12 व्यक्तियों में से चार व्यक्तियों के नाम मिली भगत कर , सुविधा शुल्क वसूलकर नियम विरूद्ध तकासनामा खोल दिया गया आठ खातेदारों का विरोध तकासनामा निरस्त करने की मांग