एम एस सी वनस्पति विभाग के छात्र छात्राओं ने लिया सेमिनार में भाग।
एम एस सी वनस्पति विभाग के छात्र छात्राओं ने लिया सेमिनार में भाग।
स्थानीय श्री भगवानदास तोदी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एन. एस. नाथावत व वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ जितेन्द्र कांटिया ने अपने बताया कि आज सेठ ज्ञानीराम बंशीधर पोदार महाविद्यालय में उन्नत भारत अभियान (यू बी ए) के तहत आई आई टी जोधपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में हमारे महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के एम एस सी के छात्र छात्राओं ने भाग लिया। जिसमें सुनीता कुमारी भूकर, बबीता प्रजापत, दुर्गेश कंवर, ज्योति भार्गव व हीना गुचिया ने मानसिक स्थिति व मोबाइल से संबंधित व्याख्यान प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में श्री भगवानदास तोदी महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ जितेन्द्र कांटिया ने अपने पत्र वाचन में वर्तमान मानसिक स्वास्थ्य पर आयुर्वेद के महत्व को बताया तथा शरीर पर होने वाले एलोपैथिक दवाओं के प्रभाव को निष्क्रिय करने के लिए आयुर्वेद अत्यधिक उपयोगी व महत्वपूर्ण हैं । डॉ कांटिया ने आने अभिभाषण में बताया कि हमारे आसपास रोजमर्रा की वनस्पति जो कि औषधीय गुणों वाली है जैसे गिलोय, तुलसी, नीम, सहजन, पीपल, कचनार , मीठा नीम, अर्जुन, रुखंडी, अपामार्ग, गोखरू, आंवला, घी ग्वार, गूलर, चमखास व काग्लेर आदि का नियमित उपयोग करना चाहिए। ताकि एलोपैथिक दवाओं से बचा जा सके व हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को क्षतिग्रस्त होने से रोक जा सके।
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