याददाश्त बढ़ाती है शंखपुष्पी।
याददाश्त बढ़ाती है शंखपुष्पी।
शंखपुष्पी सदियों से पारंपरिक चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है। आयुर्वेदिक योगों में अक्सर शामिल की जाने वाली शंखपुष्पी अपने शांत व, पुनर्जीवित करने वाले और संज्ञानात्मक गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह जड़ी-बूटी अत्यधिक बहुमुखी है और इसे पाउडर और सिरप से लेकर गोलियों और तेलों तक विभिन्न रूपों में सेवन किया जाता है शंखपुष्पी या श्यामक्रांता एक बारहमासी जड़ी बूटी है जिसका उपयोग अनेक औषधीय महत्व के रूप में किया जाता है। यह अपने हल्के रेचक गुण के कारण पाचन और कब्ज को नियंत्रित करने में सहायक है। यह मानसिक स्वास्थ्य में सुधार में उपयोगी है तथा अवसादरोधी गुणों के कारण अवसाद को प्रबंधित करने में सहायक है।
आयुर्वेद के अनुसार, शंखपुष्पी मस्तिष्क को शांत करने और तनाव व चिंता को दूर करने में उपयोगी है। यह अपने मेध्य (बुद्धि में सुधार) गुण के कारण मस्तिष्क टॉनिक के रूप में उपयोग की जाती हैं जिससे याददाश्त बढ़ती है। अर्थात यह याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने में अत्यधिक उपयोगी हैं।
श्री भगवानदास तोदी महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र कांटिया ने बताया कि शंखपुष्पी पाउडर को गर्म दूध या पानी के साथ लेने पर मस्तिष्क ठंडा रहता है तथा याददाश्त बढ़ती हैं। इसके लिए शंखपुष्पी की गोलियाँ और कैप्सूल का भी उपयोग किया जा सकता है। शंखपुष्पी के रासायनिक (कायाकल्प) गुण के कारण यह झुर्रियों को नियंत्रित करने व उम्र बढ़ने को रोकने में उपयोगी है। इसके पाउडर को त्वचा पर लगाने से कील मुंहासे और घाव भरने में मदद मिलती है शंखपुष्पी के बीजों का तेल स्कैल्प और बालों पर लगाने से बालों का झड़ना रुक जाता है और बालों की वृद्धि भी होती है।
डॉ. कांटिया ने बताया कि शंखपुष्पी का वैज्ञानिक नाम कॉन्वोल्वुलस माइक्रोफिलस है जो कॉन्वोल्वुलेसी कुल का पादप हैं। इसे अनेक नामो से जाना जाता है। जैसे कन्वोल्वुलस माइक्रोफिलस, श्यामक्रांता, विष्णुक्रांता, स्पीडव्हील, शंखहोली, विष्णुकरंडी, विष्णुक्रांति आदि। शंखपुष्पी तनाव कम करती है। अर्थात यह डिप्रेशन में लाभदायक है तथा मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए उपयोगी है। शंखपुष्पी का उपयोग मिर्गी के इलाज के लिए किया जाता है यह उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करती है। शंखपुष्पी वात संतुलन और मेध्य गुणों के कारण दिमाग को आराम देकर तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याओं को दूर करती है शंखपुष्पी पाचन में सुधार करती है क्योंकि इसकी रेचक प्रकृति कब्ज, पीलिया, पेचिश, बवासीर अपच जैसे जठरांत्र संबंधी विकारों को दूर करती है। इसके बुद्धि में सुधार गुण बच्चों में एकाग्रता और ध्यान अवधि में वृद्धि करती है।
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