5 करोड़ से अधिक लागत से सभी बड़े प्रोजेक्ट जल्द पूर्ण कर आमजन को सुपुर्द करें :कलक्टर
5 करोड़ से अधिक लागत से सभी बड़े प्रोजेक्ट जल्द पूर्ण कर आमजन को सुपुर्द करें :कलक्टर
जिला कलक्टर ने बैठक लेकर 5 करोड़ और उससे अधिक राशि के विकास कार्यों की समीक्षा
राजसमंद / पुष्पा सोनी
जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने शुक्रवार सायं कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में समस्त विभागों के वर्तमान में चल रहे 5 करोड़ से अधिक लागत के विकास कार्यों की समीक्षा की।
जिला कलक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभागों के जो भी 5 करोड़ और 5 करोड़ से अधिक लागत के विकास कार्य प्रगति पर हैं उन्हें अब बिना किसी विलंब से जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए। विभाग निरंतर कार्य करने वाले संवेदक को मॉनिटर करें और कोई भी लापरवाही होने पर कार्यवाही भी अमल में लाएं।
कलक्टर ने निर्देश दिए कि जिन भवनों के कार्य पूर्ण हो गए हैं उनके हैंड ओवर करने की प्रक्रिया तुरंत पूर्ण की जाकर आगामी दिनों में लोकार्पण करवाया जाए ताकि आमजन को इन परियोजनाओं का समय पर लाभ मिल सके। विकास कार्यों में देरी से न सिर्फ समय व्यर्थ होता है, बल्कि आमजन को समय पर लाभ भी नहीं मिलता, ऐसे में सभी कार्य टाइम बाउंड मेनर में पूर्ण होने अत्यंत आवश्यक है।
कलक्टर ने एक-एक कार्य पर बारीकी से संबंधित विभाग के प्रभारी अधिकारी से पूछा और कहा कि समस्त कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करें ताकि लोगों को समुचित रूप से इन कार्यों का लाभ मिल सके।
जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि सभी बिल्डिंग कार्यों को हेंड ओवर करने से पूर्व परिसर में न्यूनतम 50 पेड़ लगाए जाने सुनिश्चित करें। जिला कलक्टर ने यह भी कहा कि अब वे हर माह बैठक लेकर 5 करोड़ से अधिक लागत के विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे।
कलक्टर ने आरडीएसएस के कार्यों में धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए गति बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके अलावा पीएचईडी के 133 करोड़ की लागत के बाघेरी-चिकलवास पुर्नगठन पेयजल परियोजना के साथ-साथ ग्रामीण जल योजना जुणदा, लापस्या ग्रामीण जल योजना कोटडी-काबरा-खड़बामनिया, भैसाकमेड, उसरवास, रेबारियों की ढाणी, बडी बल्लों की भागल योजना की समीक्षा की।
चिकित्सा विभाग के तहत 40 करोड़ की लागत से उपजिला चिकित्सालय भीम के अलावा 50 बैडेड सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आमेट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र धनेरिया, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नेड़च, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनेड़िया, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोठारिया के कार्यों की प्रगति पर बारीकी से जानकारी ली।
आईटीआई भवन देवगढ़, खमनोर एवं भीम का निर्माण के साथ ही 9 करोड़ के इन्डोर स्टेडियम निर्माण, 21 करोड़ के बीएससी नर्सिंग कॉलेज भवन निर्माण, 37.60 करोड़ की लागत से राजकीय आयुर्वेद योगा एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र नाथद्वारा निर्माण, 150 करोड़ के राजसमन्द बांध मे जल की आवक में अभिवृद्धि करने हेतु खारी फीडर की प्रवाह क्षमता को बढाने के लिए शेष रहे जीर्णोद्धार तथा आवश्यक मरम्मत कार्य, 5 करोड़ के आगरिया फीडर का पुनरूद्धार कार्य (कुम्भलगढ) की समीक्षा की।
इसी तरह 30 करोड़ की लागत से मेडिटूरिज्म एवं वेलनेस सेंटर बिल्ली की भागल नाथद्वारा का कार्य, रूडिप के तहत 106 करोड़ के नाथद्वारा शहर में गैर राजस्व जल को घटाने एवं नियमित जलापूर्ति हेतु जल उत्पादन एवं वितरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण का कार्य व 10 वर्ष का रखरखाव एवं संचालन का कार्यों के लेकर कार्यकारी एजेंसी एवं विभाग से समीक्षा करते हुए जल्द कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
एनएचएआई के तहत लगभग 1000 करोड़ की लागत से एनएच 162 ई का कार्य, 64 करोड़ की लागत से चौड़ाईकरण एवं सुदृढीकरण केलवाडा-ओलादर चौराहा (राजसमन्द) से भादसोडा चौराहा (चित्तौडगढ) वाया सापोल, मुण्डोल, राजनगर, रिको सडक, सोमनाथ चौराहा, जे.के.सर्कल, रेलमंगरा, गिलूण्ड, कपासन, शनि महाराज सडक के कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
ऐसे ही अन्य कार्य जैसे आमेट से कोशिथल सडक नाडियावाडा से सिरोडी सडक जेतपुरा पुलिया निर्माण कार्य (बिफरजॉय से क्षतिग्रस्त), 50 करोड़ के नवीनीकरण एवं चौडाईकरण कार्य भीम से कामलीघाट वाया टॉडगढ मण्डावर सडक कार्य, 17 करोड़ की लागत से नवीनीकरण एवं चौडाईकरण कार्य आंजना महादेव मन्दिर से जगदीश सडक, 28 करोड़ की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भीम पर 50 बैडेड मातृ एवं शिशु इकाई स्थापना हेतु नवीन भवन निर्माण कार्य, डीएमएफटी के कार्यों जैसे 67 करोड़ की लागत से जिला चिकित्सालय नाथद्वारा में भवन निर्माण कार्य, 17 करोड़ की लागत से सामान्य अस्पताल नाथद्वारा में 50 बेडेड नये एमसीएच बिंग निर्माण कार्य आदि की समीक्षा की गई।
सभी विभागों ने कलक्टर को आश्वस्त किया कि कार्य समय बद्ध रूप से पूर्ण किए जाएंगे।
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